करणी सेना लेगीं आंदोलन वापस, पदमावती की रिलीज़ का रास्ता साफ
Category : ENTERTAINMENT Author : Date : Sun Dec 24 2017 Views : 51
पद्मावती से जुड़े नए विवाद से पहले आपको बता दें कि श्री राजपूत करणी सेना जो संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म पदमावती के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही हैं, ने स्थिति में बदलाव करते हुए कहा कि करणी सेना फिल्म का रास्ता साफ करने के लिए तैयार है। श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि फिल्म मेवाड़ के पूर्व शाही परिवार को दिखायी जानी चाहिए और अगर उन्हें 'पद्मावती' में कोई आपत्तिजनक नहीं लगता, तो विरोध वापस ले लिया जाएगा।
कालवी ने यह प्रतिक्रया मेवाड़ के वर्तमान वंशज के जवाब में दी हैं। 14वीं सदी के चित्तौड़ शासक रावल रतन सिंह के प्रत्यक्ष वंशज हैं अरविंद सिंह मेवाड़ ने बताया था कि वह 'पद्मवती' मुद्दे को हल करने के लिए मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं। इसके बाद कालवी ने स्थिति को जाहिर करते हुए अपना वक़्तव्य दिया।
इससे पहले पद्मावती विवाद में नया मोड आया। शत्रुघ्न सिन्हा ने विवाद में कूदते हुए मोदी, स्मृति ईरानी, शाहरुख़ खान, आमिर खान समेत अमिताभ बच्चन को भी चुप रहने के लिए निशाना बनाया। उन्होंने ट्वीट करके अपनी भावना का इज़हार किया था।
शत्रुघ्न सिन्हा का उठाया गया वाजिब भी हैं। जब कलाकारों को जान से मरने की धमकिया दी जा रही है तो इन जैसे बड़े कलाकारों और जिम्मेदार लोगों को चुप नहीं रहना चाहिए। इससे पहले श्री राजपूत करणी सेना ने कहा था कि कला के मामले में जब कि लाखों लोगों की भावना खतरे में पड़ती है, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
अब चूँकि रिलीज़ का रास्ता साफ़ हो गया तो देखना है की फिल्म अपनी रिलीज़ की निर्धारित तारीख एक दिसंबर को ही रिलीज़ होती है या भंसाली इसमें कुछ चेंज करते हैं। वैसे मीडिया में फिल्म पदमावती के 12 जनवरी को रिलीज़ होने की खबर है।
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(न्यूज़ स्त्रोत-- ट्विटर, राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ पेपर्स और न्यूज़ चैनल्स, राजस्थान के स्थानीय अखबार, न्यूज़ नेटवर्क ऑफ राजस्थान और लेखक खुद जर्नलिस्ट है, के न्यूज़ स्त्रोत)
पद्मावती से जुड़े नए विवाद से पहले आपको बता दें कि श्री राजपूत करणी सेना जो संजय लीला भंसाली की विवादास्पद फिल्म पदमावती के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन कर रही हैं, ने स्थिति में बदलाव करते हुए कहा कि करणी सेना फिल्म का रास्ता साफ करने के लिए तैयार है। श्री राजपूत करणी सेना के संस्थापक लोकेन्द्र सिंह कालवी ने कहा कि फिल्म मेवाड़ के पूर्व शाही परिवार को दिखायी जानी चाहिए और अगर उन्हें 'पद्मावती' में कोई आपत्तिजनक नहीं लगता, तो विरोध वापस ले लिया जाएगा।
कालवी ने यह प्रतिक्रया मेवाड़ के वर्तमान वंशज के जवाब में दी हैं। 14वीं सदी के चित्तौड़ शासक रावल रतन सिंह के प्रत्यक्ष वंशज हैं अरविंद सिंह मेवाड़ ने बताया था कि वह 'पद्मवती' मुद्दे को हल करने के लिए मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं। इसके बाद कालवी ने स्थिति को जाहिर करते हुए अपना वक़्तव्य दिया।
इससे पहले पद्मावती विवाद में नया मोड आया। शत्रुघ्न सिन्हा ने विवाद में कूदते हुए मोदी, स्मृति ईरानी, शाहरुख़ खान, आमिर खान समेत अमिताभ बच्चन को भी चुप रहने के लिए निशाना बनाया। उन्होंने ट्वीट करके अपनी भावना का इज़हार किया था।
शत्रुघ्न सिन्हा का उठाया गया वाजिब भी हैं। जब कलाकारों को जान से मरने की धमकिया दी जा रही है तो इन जैसे बड़े कलाकारों और जिम्मेदार लोगों को चुप नहीं रहना चाहिए। इससे पहले श्री राजपूत करणी सेना ने कहा था कि कला के मामले में जब कि लाखों लोगों की भावना खतरे में पड़ती है, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
अब चूँकि रिलीज़ का रास्ता साफ़ हो गया तो देखना है की फिल्म अपनी रिलीज़ की निर्धारित तारीख एक दिसंबर को ही रिलीज़ होती है या भंसाली इसमें कुछ चेंज करते हैं। वैसे मीडिया में फिल्म पदमावती के 12 जनवरी को रिलीज़ होने की खबर है।
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